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यू पी बोर्ड के रिकॉर्ड मे हेराफेरी करने में फंसेे तीन Ex-कर्मचारी, रजिस्टर का पेज फाड़कर जोड़ दिया था दूसरा

यूपी बोर्ड के रिकॉर्ड में गड़बड़ी करने में फंसे ये तीन Ex-कर्मचारी, रजिस्टर का पेज फाड़कर जोड़ दिया था दूसरा
प्रयागराज में 2012 की सहायक अध्यापक (एलटी) भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों ने यूपी बोर्ड के कर्मचारियों के साथ मिलकर गड़बड़ी की। उन्होंने टेबुलेशन रजिस्टर के पन्ने फाड़कर फर्जी अंकपत्र बनवाए और चयनित हो गए। जांच में पता चला कि बोर्ड के रजिस्टर में नए पेज जोड़े गए थे। शासन ने तीन सेवानिवृत्त कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुमति दी है।यूपी बोर्ड के रिकॉर्ड में गड़बड़ी करने में फंसे ये तीन Ex-कर्मचारी
 प्रयागराज। नवसृजित राजकीय हाईस्कूलों के लिए वर्ष 2012 की सहायक अध्यापक (एलटी) भर्ती में कई अभ्यर्थी यूपी बोर्ड के कुछ कर्मचारियों व विद्यालय स्टाफ से मिलकर बड़े स्तर पर गड़बड़ी की थी।
यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय के टेबुलेशन रजिस्टर यानी टीआर (विद्यार्थियों के विषयवार अंक का रिकार्ड) के पन्ने फाड़कर वहां बढ़े अंक का पेज जोड़वाकर फर्जी अंकपत्र बनवा लिए थे और मेरिट के आधार पर हुई भर्ती में चयनित हो गए थे।
बाद में शिकायत होने पर जांच में पाया गया कि बोर्ड का टेबुलेशन रजिस्टर फाड़कर वहां नए पेज जोड़े गए हैं। इसमें शामिल सेवानिवृत्त हो चुके तीन कर्मचारियों के विरुद्ध शासन ने अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की अनुमति यूपी बोर्ड की दी है।
वर्ष 2012 की यह भर्ती मंडल स्तर पर हुई थी। शिकायतों की जांच में कुछ विद्यालयों का रिकार्ड चोरी होने या आग में जल जाने के मामले सामने आए थे। मुकदमा दर्ज होने पर फर्जी नियुक्त शिक्षक फरार हो गए, जबकि बोर्ड के कर्मचारी फंस गए।
प्रकरण में यूपी बोर्ड के जिन तीन सेवानिवृत्त कर्मचारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई किए जाने की अनुमति शासन ने दी है, उनमें प्रधान सहायक प्रमोद तिवारी, प्रशासनिक अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह एवं राजेश कुमार सम्मिलित हैं। इन तीनों सेवानिवृत्त कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने अनुमति मांगी थी।
अनुमति मिल जाने पर अब तीनों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी है। इसमें पेंशन घटाने से लेकर दंड स्वरूप रिकवरी आदि कराने पर निर्णय लिया जा सकता है। इसके अतिरिक्त फर्जीवाड़ा में बोर्ड में कार्यरत प्रशासनिक अधिकारी आत्मप्रकाश तथा कनिष्ठ सहायक राकेश कुमार का भी नाम शामिल हैं।
टेबुलेशन का रजिस्टर फाड़कर उसके स्थान पर दूसरा पेज लगाने एवं महत्वपूर्ण दस्तावेज होने के कारण हमेशा सुरक्षित रहने के उद्देश्य से बोर्ड सचिव ने इस बार टीआर को नान टियरेबल (कभी न फटने वाले/न गलने वाले/न नष्ट होने वाले) कागज पर तैयार कराया है। 




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