सुल्तानपुर जिले और मेडिकल कालेज की खस्ताहाल व्यवस्था और चिकित्सा व्यवस्था से संबंधित डॉक्टरों एवं कर्मचारियों की लापरवाही से मरीजो को आ रही समस्याओं के संबंध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश सचिव रणजीत सिंह सलूजा के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी सुल्तानपुर के माध्यम से अपर जिलाधिकारी प्रशासन को सौंपा गया

जिला अस्पताल को जब से मेडिकल कालेज का दर्जा मिला है तब से चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सा प्रशासन की लापरवाही से आये दिन मौते होती रहती है 
13 जनवरी को धनपतगंज थाना लोहंगी गांव निवासी रामभवन यादव के 22 वर्ष के पुत्र अजय के दिल मे छेद था उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया।परन्तु कालेज के पुरुष अस्पताल की अव्यवस्था की वजह से पैदल चलने में असमर्थ मरीज की ईसीजी जांच के लिए पैदल ओपीडी जाते हुए मौत हो गयी, जबकि गंभीर मरीजों की जांच बेड पर ही होनी चाहिए ।
इससे कुछ दिन पहले भी अम्बालिका वर्मा पत्नी सुनील वर्मा ग्राम कटघरा थाना गोसाईगंज जो रात भर चीखती रही और गर्भवती की बिना इलाज के मेडिकल कालेज के महिला अस्पताल में मृत्य हो गयी । प्रसूता रात भर तड़पती रही चीखती रही परन्तु डाक्टर व स्टाफ ने एक नही सुनी और अपनी नींद पूरी करते रहें कहा सुबह देखेंगे ये अमानवीय घटना है।

 इससे पहले 29 जून ग्राम खोजापुर थाना जयसिंहपुर राजेन्द्र नामक युवक की रात में मौत हो गयी मृतक के पिता ने प्रधानाचार्य को लिखित शिकायत भी की कि परिजनों द्वारा स्टाफ को बुलाने पर भी कोई नही आया और सुबह 4 बजे इस गरीब व्यक्ति की मौत हो गयी।

ये लापरवाही का सिलसिला मेडिकल कालेज में लगातार जारी है।

15 जनवरी को मेडिकल कालेज के महिला अस्पताल में कोई सुधार नही नज़र आया इमरजेंसी के नाम पर और दो घंटे तक चिकित्सक नदारत रहें इसके चलते गर्भवती महिलाओं को करीब 3 घँटे से ज्यादा लाइन लगाकर खड़ा रहना पड़ा जिससे गर्भवती महिला की हालत खराब गयी इस तरह महिला अस्पताल में लंबे समय से सुविधाएं मिल नही पाना आम बात है ।


इसके अलावा जिले में रेडियोलॉजिस्ट ना होने से करीब डेढ़ साल से मरीजों को अल्ट्रासाउंड बाहर कराना होता है जिसमे प्राइवेट अल्ट्रासाउंड के दलाल मेडिकल कालेज में सक्रिय है । 

गरीब और कमज़ोर तबका ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में आते हैं इस मंहगाई के दौर में अव्यवस्था की वजह से कई मरीज इलाज नही करा पाते हैं और बाद में मौत भी हो जाती है ।
5 साल से आई सी यू भी नही चालू है।
एक आरटीआई में प्रधानाचार्य ने हम कांग्रेसजनों को अवगत कराया कि रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति हो गयी है परन्तु अभी ज्वाइनिंग नही हुई इतने दिन बाद ज्वाइनिंग ना होना या कोई विकल्प ना देना लापरवाही है ।
इसी क्रम में जिस उद्देश्य से सुल्तानपुर में ट्रामा सेंटर बना कि मरीज का समय रहते इलाज सुल्तानपुर में ही हो और सही समय पर मरीज की जान बच जाए परन्तु ऐसा नही है मरीजो को लखनऊ रिफर किया जाता है ट्रामा सेंटर में सामान्य इलाज होता है और चिकित्सा प्रशासन कहता है ट्रामा सुचारू रूप से चल रहा है ।

ट्रामा सेंटर का उद्घाटन प्रभारी मंत्री ने किया था ,सांसद ने भी किया पर बार बार उद्घाटन सिर्फ दिखावा है । 

कई बार जिलाधिकारी,मुख्यमंत्री से शिकायत की लेकिन काफी समय से कोई सुधार नही हुआ। 

आपसे निवेदन है कि जिले की चिकित्सक व्यवस्था को सुधारने के लिए कड़ा कदम उठाए और लापरवाही बरतने और चिकित्सीय व्यवस्था को ना संभाल पाने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों पर कार्यवाही हो ।
जिससे गरीब और असहाय जनता अच्छी चिकित्सा प्राप्त कर सके ।

ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से मोहसिन सलीम प्रदेश महासचिव उत्तर प्रदेश कांग्रेस पिछड़ा विभाग,राम कुमार यादव जिलाध्यक्ष कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग,मोहम्मद हामिद रायनी जिलाध्यक्ष असंगठित श्रमिक प्रकोष्ठ,इमरान अहमद जिला सचिव कांग्रेस,राहुल मिश्रा पूर्व जिला सचिव कांग्रेस,विनय मिश्रा बलुआ युवा नेता,मोहम्मद ऐश प्रदेश सचिव अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ सहित तमाम साथी शामिल रहे।

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